समसामयिक मुद्दों पर लिखने में मेरी रूचि हमेशा से रही है और इसी का परिणाम यह कवितायेँ हैं .
Wednesday, July 18, 2012
परोपकार ---------------
तुम्हारे हमारे सरोकार क्या हैं
तुम क्या समझते हो परोपकार क्या है ?
किसी को देना अठन्नी-रुपया
यह परोपकार नहीं है भैया ,
उसे इस काबिल बनाने में करो मदद
कि वो कमाले खुद अठन्नी-रुपया.
इसी को कहते है परोपकार भैया .
paropkar ka sahi matlab yahi hai
ReplyDeleteThanks Shweta ji
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