यह कैसी आज़ादी है , यह कैसी आज़ादी है ? भ्रष्टाचार और मंहगाई ने सबकी नींद उड़ा दी है ? कुछ लोग हुए आबाद ,भूखों मरती आबादी है ! यह कैसी आज़ादी है , यह कैसी आज़ादी है ? संविधान के बाहर जाकर औकात दिखादी है ! संविधान के मूल्यों की बलि आज चढ़ा दी है ! देश का पैसा विदेशों में, हो रही बर्बादी है ! यह कैसी आज़ादी है , यह कैसी आज़ादी है ? |
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